
चंडीगढ़ : रीफिनसर्व, अपनी तरह के एक अलग स्टार्टअप ने उत्तर भारत में अपनी शुरुआत की है। ये स्टार्टअप उत्तर भारत के उन टियर 2 और टियर 3 शहरों में व्हीकल फाइनेंस और रीफाइनेंस सेक्टर को पूरी तरह से बदलने जा रहा है, जिनमें अभी तक इस तरह की सुविधाओं की कमी है या न के बराबर उपलब्ध हैं। रीफिनसर्व पंकज बजाज और अंकुश गुप्ता का ब्रेन चाइल्ड आइडिया है जो मूल तौर पर इसी रीजन से संबंध रखते हैं।
एक साहसिक कदम उठाते हुए पंकज ने भारत के स्टार्ट-अप हब बेंगलुरु में एक मार्केट-लीडिंग कंपनी में एक आरामदायक नौकरी छोड़ दी और अपने सपने को पूरा करने के लिए ट्राइसिटी चले आए हैं, ताकि ऐसे ग्राहकों को सशक्त बनाया जा सके, जिन्हें अक्सर क्रेडिबल लेंडिंग कंपनियों द्वारा अनदेखा किया जाता है और जब उनके द्वारा खरीदे गए वाहनों को फाइनेंस करवाने की बात आती है, तो उन्हें रेडटेप, गलत सूचनाओं या अनरेगुलेटेड ब्रोकर्स पर निर्भरता जैसी आम पेश आने वाली दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।
पंकज ने कहा कि “रीफिनसर्व एक डिजिटल प्लेटफॉर्म है – एक इंटरैक्टिव वेबसाइट , जो छोटे शहरों के ग्राहकों को उनके वाहनों के लिए अफोर्डेबल लोन तक आसान एक्सेस प्रदान करेगी। हालांकि हम नए व्हीकल फाइनेंस के क्षेत्र में काम करेंगे, लेकिन हमारा मुख्य आधार निश्चित रूप से पुराने व्हीकल्स का फाइनेंस और रीफाइनेंस होगा।”
पंकज के अनुसार, रीफिनसर्व ग्राहकों को 30 से अधिक रेगुलेटेड लेंडिंग करने वाली संस्थाओं के नेटवर्क से जोड़ेगा, जिसमें इंस्टेंट पात्रता जांच, ब्याज दरों की तुलना और डिजिटल डॉक्यूमेंटेशन प्रदान करेगा, और नए व्हीकल्स के लिए पूरी तरह से पारदर्शी, पेपरलेस फाइनेंसिंग और यूज्ड यानि पुराने व्हीकल्स के लिए अफोर्डेबल फाइनेंसिंग और रीफाइनेंसिंग विकल्पों को प्राप्त करने की सुविधा देगा।
प्रेस मीट में बोलते हुए, मूल रूप से ‘धर्मक्षेत्र कुरुक्षेत्र’ से ताल्लुक रखने वाले बजाज ने कहा कि “रीफिनसर्व का लक्ष्य ऑटोमोटिव लोन सेक्टर में लंबे समय से चली आ रही चुनौती को हल करना है, जो स्थानीय चैनल पार्टनर्स और ग्राहकों को सशक्त बनाने के लिए डिज़ाइन किए गए हाई-टेक, ह्यूमन-फर्स्ट प्लेटफ़ॉर्म के माध्यम से पारंपरिक फाइनेंशियल इंस्टीट्यूशंस और भारत के अर्ध-शहरी और ग्रामीण उपभोक्ताओं के बीच के अंतर को पूरी तरह से दूर करता है।”