
चंडीगढ़ : भारत का पोषण–संबंधी कायापलट करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए, जिंदल राइस मिल्स ने आज ‘नॉरिफ़ायमी’ के आधिकारिक लॉन्च का ऐलान किया, जो फोर्टिफाइड राइस, फोर्टिफाइड बासमती राइस और फोर्टिफाइड गेहूं के आटे की श्रृंखला पेश करने वाला एक नया उपभोक्ता ब्रांड है। ताज चंडीगढ़ में आयोजित इंडस्ट्री की एक हाई-प्रोफाइल ईवेंट के दौरान यह लॉन्च हुआ। इस समारोह का टाइटल था “अनलॉकिंग मार्केट पोटेंशियल: एडवांसिंग फोर्टिफाइड राइस इन पंजाब।”
इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में पंजाब सरकार के माननीय उद्योग एवं वाणिज्य, ग्रामीण विकास एवं पंचायत, पर्यटन एवं सांस्कृतिक मामले, निवेश संवर्धन, आतिथ्य एवं श्रम मंत्री तरुणप्रीत सिंह सोंद उपस्थित रहे, जिन्होंने मुख्य भाषण दिया। अपने भाषण में माननीय मंत्री जी ने, राष्ट्रीय प्राथमिकता के रूप में खाद्य फोर्टिफिकेशन के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता पर जोर दिया. तरुणप्रीत सिंह सोंद ने कहा, “चावल का फोर्टिफिकेशन छिपी हुई भूख के खिलाफ भारत की लड़ाई का एक महत्वपूर्ण घटक है। जैसे-जैसे हम सरकारी योजनाओं में फोर्टिफाइड चावल का वितरण बढ़ा रहे हैं, इसके साथ ही खुदरा उपभोक्ताओं तक इन लाभों को पहुँचाने के लिए इस तरह की पहल बेहद अहम हो जाती है। सार्वजनिक स्वास्थ्य की दिशा में यह दूरदर्शी कदम उठाने के लिए, मैं जिंदल राइस मिल्स की सराहना करता हूँ।”
भारत की पोषक तत्वों से भरपूर, किफ़ायती मुख्य खाद्य पदार्थों की बढ़ती ज़रूरत का जवाब है- ‘नॉरिफ़ायमी’। इसका उद्देश्य है कि व्यापक रूप से सूक्ष्म पोषक तत्वों की कमी को दूर किया जाए। यह ब्रांड दशकों के मिलिंग अनुभव के दम पर तैयार किया गया है, जो अब राष्ट्रीय पोषण लक्ष्यों के साथ संरेखित है।
जिंदल राइस मिल्स के को-फाउंडर विशाल गुप्ता ने कहा, “राइस मिलिंग की हमारी विरासत को विज्ञान समर्थित फोर्टिफिकेशन के साथ मिलाकर, ‘नॉरिफ़ायमी’ ने गुणवत्ता, स्वाद और स्वास्थ्य को एक ही प्लेट में परोस दिया है।”
जिंदल राइस मिल्स के को-फाउंडर अंकित जिंदल ने कहा, “‘नॉरिफ़ायमी’ के साथ, हम महज एक प्रोडक्ट लाइन ही लॉन्च नहीं कर रहे- बल्कि हम हर भारतीय रसोई में बेहतर पोषण लाने का एक मिशन शुरू कर रहे हैं।”
