
चंडीगढ़ : लिवासा अस्पताल ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की, जिसमें जटिल मस्तिष्क एनेउरिज्म के इलाज में फ्लो डाइवर्टर स्टेंट्स के क्रांतिकारी उपयोग को उजागर किया गया. जो न्यूरोसर्जरी के क्षेत्र में एक और न्यूनतम इनवेसिव नवाचार है. यह प्रेस कॉन्फ्रेंस चंडीगढ़ प्रेस क्लब में आयोजित की गई, जिसका नेतृत्व लिवासा अस्पताल में न्यूरोसर्जरी निदेशक एवं न्यूरो इंटरवेंशन प्रमुख डॉ. विनीत सग्गर ने किया. सम्मेलन का ध्यान मुख्य रूप से इंट्राक्रेनियल एन्यूरिज्म के ब्रेकथ्रू, न्यूनतम इनवेसिव उपचारों के बारे में जागरूकता बढ़ाने पर केंद्रित है, विशेष रूप से उन स्थितियों में जहां एन्यूरिज्म बड़े हों या उनका गला चौड़ा हो, और इसके लिए फ्लो डाइवर्टर (एफडी) स्टेंट्स का उपयोग किया जाता है.
स्ट्रोक आज भी दुनियाभर में मृत्यु और विकलांगता के प्रमुख कारणों में से एक है, जिसमें लगभग 20 प्रतिशत मामलों का कारण फटे हुए एन्यूरिज़्म होते हैं, डॉ. विनीत सग्गर, निदेशक – न्यूरोसर्जरी एवं प्रमुख – न्यूरो इंटरवेंशन, लिवासा हॉस्पिटल्स ने कहा कि एंडोवैस्कुलर न्यूरोसर्जरी और फ्लो डायवर्टर स्टेंट्स जैसी अत्याधुनिक तकनीकों की मदद से अब हम सबसे जटिल एन्यूरिज़्म का भी इलाज ग्रोइन में एक छोटे से छेद के माध्यम से कर सकते हैं. इस तकनीक में खोपड़ी खोलने की आवश्यकता नहीं होती, जिससे रोगी को कम आघात होता है और वह जल्दी स्वस्थ होता है.
प्रेस कॉन्फ्रेंस में हाल ही में हुई एक सफलता की कहानी को भी उजागर किया गया। 70 वर्षीय महिला मरीज को तेज़ सिरदर्द की शिकायत के साथ लिवासा हॉस्पिटल लाया गया था. जांच के बाद पता चला कि उन्हें एंटीरियर कम्युनिकेटिंग आर्टरी में एक विशाल और चौड़े गले वाला एन्यूरिज़्म है. जो न्यूरोवैस्कुलर सिस्टम की सबसे जटिल स्थितियों में से एक है. सीटी एंजियोग्राफी और डिजिटल सबस्ट्रैक्शन एंजियोग्राफी जैसी उन्नत इमेजिंग तकनीकों के बाद, मरीज का सफलतापूर्वक फ्लो डायवर्टर की सहायता से एनेस्थीसिया और लोकल सिडेशन के तहत इलाज किया गया. कुछ ही दिनों में उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गई और वह पूरी तरह से न्यूरोलॉजिक रूप से स्वस्थ थीं.
लिवासा हॉस्पिटल्स में नवीनतम तकनीकों से लैस सुविधाएं उपलब्ध हैं, जैसे कैथ 3डी लैब और 1.5 टेस्ला मैग्नेटिक स्कैनर, जो सटीक डायग्नोसिस और उपचार में सहायक हैं. अस्पताल की न्यूरोवैस्कुलर टीम जटिल स्ट्रोक और एन्यूरिज़्म के मामलों के इलाज के लिए विशेष रूप से प्रशिक्षित है और मरीज-केंद्रित तथा समग्र दृष्टिकोण से उपचार करती है.