
चंडीगढ़ (एस.पी. चोपड़ा) : कॉन्फेडरेशन ऑफ इंडियन इंडस्ट्री (सीआईआई) इंडियन वुमेन नेटवर्क (आईडब्ल्यूएन) – सीआईआई-आईडब्ल्यूएन, चंडीगढ़ ट्राइसिटी चैप्टर ने यहां ‘वुमेन वेलनेस सम्मिट 2025’ का आयोजन किया।
इस सम्मिट में बड़ी संख्या में महिलाओं और अन्य हितधारकों ने भाग लिया। सम्मिट की मुख्य अतिथि राष्ट्रीय महिला आयोग (एनसीडब्ल्यू) की अध्यक्ष सुश्री विजया के. राहतकर थीं। विशेष पूर्ण सेशन का मुख्य आकर्षण मुख्य अतिथि राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष सुश्री विजया के. राहतकर का प्रेरक संबोधन था। उन्होंने कहा कि महिलाओं का समग्र स्वास्थ्य केवल बीमारी का न होना नहीं है, बल्कि शरीर, मन और आत्मा के बीच संतुलन है। अब समय आ गया है कि हम यह समझें कि “मानसिक स्वास्थ्य हर महिला का हक, ज़रूरत और आत्म-सम्मान है।”उन्होने बताया कि राष्ट्रीय महिला आयोग लगातार महिलाओं के लिए संवेदनशील कार्यस्थलों और सुलभ परामर्श सेवाओं की वकालत कर रहा है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय महिला आयोग राज्यों और मंत्रालयों के साथ मिलकर प्राथमिक और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में प्रशिक्षित काउंसलर्स की व्यवस्था को सुदृढ़ करने की दिशा में काम कर रहा है। उन्होने बताया कि इसके साथ ही, आयोग टेली-काउंसलिंग सेवाओं और जागरूकता कार्यक्रमों के माध्यम से मानसिक स्वास्थ्य पर खुले संवाद को प्रोत्साहित कर रहा है।

नंदिनी चौधरी, चेयरवुमन , सीआईआई आईडब्ल्यूएन, नॉदर्न रीजन; रितिका सिंह, चेयरपर्सन, सीआईआई आईडब्ल्यूएन चंडीगढ़ चैप्टर और एग्जीक्यूटिव बोर्ड मेंबर, टीआईई महिला ग्लोबल; साक्षी कटयाल, को-चेयरपर्सन, सीआईआई आईडब्ल्यूएन चंडीगढ़ ट्राइसिटी और डॉ.लिपि पाठक, चेयरपर्सन, हेल्थ एंड वेलनेस वर्टिकल, सीआईआई-आईडब्ल्यूएन, चंडीगढ़ चैप्टर ने इस कार्यक्रम में मीडिया को संबोधित करते हुए सम्मिट के बारे में विस्तृत जानकारी साझा की।
नंदिनी चौधरी ने संवाददाताओं को बताया कि शिखर सम्मेलन का थीम ‘वेलनेस रीडिफाइंड – माइंड – बॉडी – पर्पज’ था और इसके अंतर्गत महिलाओं के समग्र स्वास्थ्य पर गहन संवाद के लिए प्रतिष्ठित लीडर्स , विशेषज्ञों और प्रोफेशनल्स को एक साथ लाया गया। इसका उद्देश्य महिलाओं को उनके स्वास्थ्य और वेलनेस के संबंध में सशक्त बनाना था। उन्होंने इनक्लूसिव वेलनेस के महत्व पर ज़ोर दिया और कहा कि “महिलाओं का स्वास्थ्य केवल एक व्यक्तिगत मामला नहीं है। यह सभी की ज़िम्मेदारी है जो परिवारों, समुदायों और समग्र अर्थव्यवस्था को प्रभावित करती है।
“रितिका सिंह ने सम्मिट के व्यापक उद्देश्य पर प्रकाश डाला और कहा कि “सीआईआई-आईडब्ल्यूएन में,हम ऐसे प्लेटफॉर्म बनाने में विश्वास करते हैं जो महिलाओं को उनके कल्याण के लिए सूचित विकल्प चुनने में सशक्त बनाते हैं। इस शिखर सम्मेलन का उद्देश्य संवाद, नीति और साझेदारी के माध्यम से वास्तविक बदलाव लाना था। “साक्षी कटयाल ने संवाददाताओं को बताया कि शिखर सम्मेलन में महिलाओं के स्वास्थ्य से संबंधित सत्र आयोजित किए गए उन्होंने कहा कि “प्रत्येक सेशन में व्यावहारिक जानकारी दी गई और स्वास्थ्य संबंधी एक स्थापित बातचीत से हटकर एक अधिक इंटीग्रेटेड दृष्टिकोण अपनाने की आवश्यकता पर अधिक जोर दिया गया। “डॉ.लिपि पाठक ने कहा कि “महिलाओं में स्वास्थ्य समस्याओं को रोकने की आवश्यकता है। जीवनशैली में बदलाव और संपूर्ण जीवन शैली के तरीकों के माध्यम से वैकल्पिक चिकित्सा इस लक्ष्य को प्राप्त करने का एक महत्वपूर्ण साधन हो सकती है। सम्मिट में इस रणनीति पर भी प्रकाश डाला गया।
“इस बीच, ‘जागरूकता के माध्यम से महिलाओं का सशक्तिकरण, कैंसर मुक्त भविष्य की राह’ शीर्षक वाले सेशन में साक्षी कटयाल ने एक चर्चा का संचालन किया, जिसमें डॉ. भारती गोयल, प्रोफेसर, ऑब्स्टेट्रिक्स एंड गाइनोकॉलोजी, जीएमसीएच-32, चंडीगढ़; डॉ. सचिन गुप्ता, डायरेक्टर, मेडिकल ऑन्कोलॉजी और हेमेटो-ऑन्कोलॉजी, मैक्स सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल, मोहाली; डॉ. श्वेता तल्हन, कंसल्टेंट, सर्जिकल गायनोकोलॉजी ऑन्कोलॉजी, फोर्टिस अस्पताल, मोहाली; विकास चावला, शेफ और ‘मिलेट्स – द ग्रेन रेवोल्यूशन के लेखक और शिक्षक रूपन बेदी ने हिस्सा लिया।

” एक और सेशन में ‘महिलाओं द्वारा वहन किया जाने वाला अदृश्य मानसिक बोझ और महिलाओं के स्वास्थ्य और कल्याण के लिए पॉलिसी फ्रेमवर्क को मजबूत करने’ के मुद्दे पर चर्चा की गई। इस चर्चा के दौरान डॉ. रूबी आहूजा, पूर्व चेयरपर्सन, सीआईआई आईडब्ल्यूएन चंडीगढ़ ट्राइसिटी चैप्टर; डॉ. विजय गिरधर, एसएमओ और प्रमुख –साइकेट्री विभाग, जीएच, सेक्टर 16, चंडीगढ़; डॉ. परनीत सिद्धू, कंसल्टेंट साइकोलॉजिस्ट, फोर्टिस हॉस्पिटल, मोहाली; ग्लोरी सिंह, कंसल्टेंट साइकोलॉजिस्ट, अल्केमिस्ट हॉस्पिटल, पंचकूला और दीपाली वर्मा, लाइफ कोच और सॉफ्ट स्किल्स ट्रेनर ने अपने विचार रखे ।
‘फायर साइड चैट: फ्रॉम पॉलिसी से प्रेक्टिस: स्ट्रेंथिंग द फ्रेमवर्क फॉर वुमेन हेल्थ एंड वेलबीइंग’ में; इसमें डॉ. लिपि पाठक, सदस्य, सीआईआई आईडब्ल्यूएन चंडीगढ़ ट्राइसिटी चैप्टर और संस्थापक – अकासा वेलनेस सल्यूशंस; डॉ. भवनीत भारती, डायरेक्टर- प्रिंसिपल, एआईएमएस, मोहाली; डॉ. विनय एम. भगत, असिस्टेंट डायरेक्टर, हेल्थ डिपार्टमेंट, पंजाब ने हिस्सा लिया।एक ‘फ्री मैमोग्राफी और बोन डेंसिटी चैकअप कैम्प’ भी आयोजित किया गया। इसमें प्रिवेंटिव हेल्थकेयर और रोगों की प्रारंभिक अवस्था में पहचान के महत्व पर जोर दिया गया।
इस अवसर पर एक जागरूकता कार्यक्रम भी आयोजित किया गया। प्रतिभागियों ने उत्साहपूर्वक इन सर्विसेज का लाभ उठाया, जिससे सम्मिट के एक्टिव वेलनेस के मूल संदेश को प्रभावशाली ढंग से प्रसारित करने में मदद मिली। मुख्य अतिथि का सम्मान नंदिनी चौधरी और रितिका सिंह ने किया। उल्लेखनीय रूप से, महिला कल्याण में उनके अनुकरणीय योगदान के लिए व्यक्तियों को सम्मानित किया गया और ‘वेलनेस सम्मिट 2025’ की कोर कमेटी के सदस्यों को भी सम्मानित किया गया। सीआईआई चंडीगढ़ यूटी के चेयरमैन और एग्नेक्स्ट टेक्नोलॉजीज के सीईओ एवं संस्थापक तरनजीत सिंह भामरा ने भी सम्मिट को संबोधित किया।
