
चंडीगढ़ (एस.पी. चोपड़ा) : पंजाबी सिनेमा में एक नया दौर शुरू होने जा रहा है। जल्द ही रिलीज़ होने वाली फ़िल्म “राजधानी पंजाब” हॉलीवुड-स्टाइल थ्रिलर प्रस्तुति के साथ नशे के कारोबार की परतों को यथार्थवादी और प्रभावशाली अंदाज़ में उजागर करने वाली है।फ़िल्म की टीम आज चंडीगढ़ प्रेस क्लब में मीडिया से रूबरू हुई। टीम ने बताया कि “राजधानी पंजाब” सिर्फ़ एक मनोरंजक फ़िल्म नहीं है, बल्कि पंजाब और उसके आसपास फैले अंतरराष्ट्रीय ड्रग नेटवर्क पर आधारित एक सशक्त सिनेमाई प्रस्तुति है।
निर्माता, लेखक और अभिनेता गुरप्रीत ने कहा, “यह फ़िल्म पंजाबी सिनेमा के लिए एक गेम-चेंजर साबित होगी। इसमें कोई बनावटी मसाला या दिखावा नहीं है। यह एक रियलिस्टिक, सच्ची और ‘नेटफ्लिक्स टाइप’ फ़िल्म है जो पंजाबी कहानी कहने की प्रामाणिकता को नया आयाम देगी।”आधुनिक और भविष्यवादी दृष्टिकोण से बनी इस फ़िल्म का स्क्रीनप्ले, सिनेमैटोग्राफी और डायरेक्शन इसे पारंपरिक पंजाबी फ़िल्मों से अलग पहचान देते हैं।
फ़िल्म में योगराज सिंह अपने करियर के सबसे दमदार किरदार में नज़र आएंगे — एक ऐसे व्यक्ति के रूप में जो नशामुक्त पंजाब की लड़ाई का प्रतीक है।योगराज सिंह के साथ दिल्ली, उत्तर प्रदेश, मुंबई और पंजाब के कई प्रतिभाशाली थिएटर आर्टिस्ट्स — जिनमें नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा से जुड़े युवा कलाकार भी शामिल हैं — ने इस फ़िल्म को और अधिक सशक्त बनाया है। टीम का विश्वास है कि “राजधानी पंजाब” पंजाबी सिनेमा की पहचान बदल देगी और दर्शकों को एक विश्वस्तरीय सिनेमाई अनुभव देगी।

